बेझबेझिझक by रिशु देव

यह किताब एक व्यक्ति के उस समय के संघर्ष, उसकी कल्पनाओं को, उसकी पीड़ा को, उसकी हिम्मत को कविताओं के माध्यम से दर्शाती है!

Description

यह किताब एक व्यक्ति के उस समय के संघर्ष, उसकी कल्पनाओं को, उसकी पीड़ा को, उसकी हिम्मत को कविताओं के माध्यम से दर्शाती है जिस समय वह अंधेरे से रोशनी की तरफ जा रहा था, इसमें बेझिझक शब्द पारदर्शिता, सच्चाई के तौर पर • इस्तेमाल किया गया है, और यह अत्यधिक महत्वपूर्ण हो जाता है, जब कोई व्यक्ति जीवन की अंधेरी रातों में संघर्ष कर रहा हो, यह प्रेरणास्त्रोत का काम करेगी, यही आशा है!

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