बेसमझ by रिशु देव

लेखक की पिछली किताबो की तरह यह किताब भी किसी विशेष विषय को केंद्र में न रखते हुए भी एक खास जीवनशैली, मासूमियत यानी कि सरलता, सच्चाई, भोलेपन को ध्यान में रखकर अपने भाव व्यक्त करने के लिए लिखी गयी है!

Description

लेखक की पिछली किताबो की तरह यह किताब भी किसी विशेष विषय को केंद्र में न रखते हुए भी एक खास जीवनशैली, मासूमियत यानी कि सरलता, सच्चाई, भोलेपन को ध्यान में रखकर अपने भाव व्यक्त करने के लिए लिखी गयी है, वैसे तो लेखक इससे पहले बेझिझक और बेधड़क किताबो के लेखक भी रह चुके है, लेकिन अभी भी उनके पास बताने को बहुत कुछ है, ऐसा उनका मानना है, और बताने का जरिया भी उनकी कविताएं है, तो आप जरूर पढ़िएगा, बेशक आपको कवि की किताब पसंद आए, ना आए, लेकिन लेखक इस विषय मे आपके भाव जानना पसंद करेंगे। उम्मीद है, धीरे धीरे ही सही, लेकिन यह किताब कुछ गंभीर विचारों को जन्म देगी | धन्यवाद

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