Description
सपने है आंखों में, मेहनत है हाथों में यह सुनील माहेश्वरी जी की पहली किताब है; जिसमें उन्होंने अपने लिखे शब्दों का संग्रह किया है। इसमें प्रेरणात्मक कविताएं, उद्धहरण, कोट्स और आलेख हैं । जीवन के हर छोटे-मोटे पहलू को बड़ी ही सरलता से काव्य स्वरूप प्रकट किया है। आशा है आप सभी को उनकी पहली किताब पसंद आए ताकि वो आगे भी लिखने के लिए प्रेरित हों और हम सबके जीवन में अपने प्रेरणादायक विचारों से प्रभावित करें।
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