Description
यह पुस्तक किशोर विद्यार्थियों के सामाजिक व्यवहार, अध्ययन आदतों एवं शैक्षिक उपलब्धि पर सोशल मीडिया के प्रभाव का एक व्यापक अन्वेषण प्रस्तुत करती है। एक केंद्रित दृष्टिकोण के साथ, यह न केवल सोशल मीडिया के उपयोग के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डालती है, बल्कि स्थानीयता, विद्यालय प्रबंधन, बोर्ड संबद्धता और लिंग के आधार पर एक सूक्ष्म तुलनात्मक विश्लेषण भी प्रस्तुत करती है। इसके प्राथमिक उद्देश्यों में सोशल मीडिया एवं किशोर विद्यार्थियों के सामाजिक व्यवहार, अध्ययन आदतों व शैक्षिक उपलब्धियों के बीच अंतर्संबंध को समझना सम्मिलित है। सोशल मीडिया के प्रभावों का सकारात्मक एवं नकारात्मक श्रेणियों में वर्गीकरण कर पुस्तक एक सूक्ष्म परिप्रेक्ष्य प्रदान करती है। यह शिक्षकों, अभिभावकों और नीति निर्माताओं के लिए एक अमूल्य संसाधन के रूप में कार्य करती है, और एक ऐसी अंतर्दृष्टि प्रदान करती है जो आज के किशोरों के दैनिक जीवन में सोशल मीडिया के दखल से व्युत्पन्न चुनौतियों तथा अवसरों की गहन समझ में योगांश देती है।
PRAVEEN KUMAR
इस किताब में लेखक आदरणीय नवनीत जी सर ने युवाओं के जीवन में आने वाले भटकाव एवं उसकी बदलती आदतों को बहुत अच्छे से समझाया गया है , सभी को यह पुस्तक जरूर पढ़नी चाहिए ।
Surendra singh
यह पुस्तक वर्तमान की किशोरों की ज्वलंत समस्या सोशल मीडिया पर शानदार लेख है।
पुरुषोत्तम दास शर्मा, सहायक परियोजना समन्वयक,समग्र शिक्षा , हनुमानगढ
आज शिक्षा के क्षेत्र की ज्वलंत समस्या को नवनीत जी ने बहुत ही सही समय पर रिसर्च करके अभिभावकों,विद्यार्थियों ,और शिक्षा जगत को अवगत करवाया है।सभी शिक्षविज्ञों और अभिभावकों को यह पुस्तक जरूर पढ़नी चाहिए ।