Description
नमस्ते मित्रों मैं देवृत कृष्णवंशी; मैं जिस ग्रंथ के बारे में आपको बताने वाला हूं उसकी यह भूमिका है मैं इस भूमिका में आपको बताऊंगा कि इस ग्रंथ में आखिर है क्या अगर आप इस पूरी पुस्तक को पढ़ेंगे और अगर भूमिका को नहीं पढ़ेंगे तो शायद आप इसके बारे में कुछ अधिक न समझ पाए तो मैं बताना चाहता हूं इस पुस्तक का नाम है गागर में सागर और इस पुस्तक के अंदर दर्शनशास्त्र और सामाजिक जो मतभेद है सामाजिक कुरीतियों हैं उनको उनको खत्म करने के लिए इस पुस्तक को लिखा है वैसे तो कोई सीधा सुलझा ग्रंथ हो तो उसके अंदर भूमिका की आवश्यकता नहीं होती पर यह सीधा सुलझा तो ग्रंथ है नहीं यह ग्रंथ काफी जटिल ग्रंथ है तो इसके लिए भूमिका की आवश्यकता थी इसमें अगर आपको कोई शब्द या कोई लाइन या कोई पैराग्राफ आप पढ़ लेते हैं उसके बाद आपको उसके बारे में जटिल विचार करना है विवेक पूर्वक सोचना है क्योंकि यह ग्रंथ वह है जो आपके तर्क करना सिखा देगा आपको जो अंधविश्वास सामाजिक रूप से चल रहे वह अंधविश्वास खत्म कर देगा किंतु आपको इसको विचारशील दिमाग से सोचना पड़ेगा अगर आप इसे ऐसे ही देखने के बाद फिर इस पर कोई गौर न दिया तो फिर कोई फायदा नहीं है आपको इसके बारे में काफी गहराई से सोचना पड़ेगा विवेचना करनी पड़ेगी और हो सके तो दो बंदे बैठकर पढ़िए उसके बाद फिर आपस में इसके बारे में चर्चा कीजिए इससे आप इस ग्रंथ के बारे में काफी अधिक जानकारी प्राप्त कर लेंगे और अगर आपने एक बार इसको समझ लिया तो मैं इस बात की जिम्मेदारी लेता हूं मैं स्वयं जो इसका लेखक हूं मैं इस बात की जिम्मेदारी लेता हूं कि मैं देवृत कृष्णवंशी अपना नाम बदल अगर आप तर्क करना ना सीख गए क्योंकि आप इसमें तर्क करना सीख जाएंगे तर्क वह चीज है जिससे व्यक्ति महान बन सकता है व्यक्ति महान बनने का शुरुआत तर्क से ही होता है जब बच्चा कक्षा में बैठता है तब प्रथम चीज होती है वह अपने गुरु से तर्क करना सीखें जब वह गुरु के साथ तर्क करता है वाद विवाद करता है प्रश्न उत्तर करता है इसके बाद बच्चा काफी ज्यादा चतुर एवं होशियार हो जाता है इसीलिए तर्क करना काफी आवश्यक है और तर्क करना अगर आप सीखना चाहते हैं यह देखो बच्चों वाला तर्क नहीं है आपसे कोई झूठ सामाजिक बातें बता कर आपको पागल बना देता है मूर्ख बना देता है तो आप उसकी बात को काट सकते हैं आप उसकी बात में तर्क निकाल सकते हैं उसे बात की में कोई ऐसी नई चीज निकल कर उसके सामने पेश करेंगे इसके बाद उसका वह हक्का-बक्का हो जाएगा और फिर शांत हो जाएगा इसीलिए मैं आपको बताना चाहता हूं इसको काफी गहराई से समझिए यह ग्रंथ कोई आम ग्रंथ नहीं है मैंने अपने जीवन के दो वर्ष इस ग्रंथ के लिए लगाए भले ही एक छोटा ग्रंथ है पर इसे छोटा समझने की कोशिश बिल्कुल ना करें इसीलिए इसका नाम मैंने गागर में सागर रखा है गागर में सागर का अर्थ होता है छोटे में बड़ी चीज को प्रस्तुत करना इसे हिंदी में अगर सदा भाषा में समझे तो कह सकते हैं छोटा पैकेट बड़ा धमाका एक ग्रंथ छोटा जरूर है लेकिन इसके अंदर बहुत सारे राज छुपे हुए हैं उन राजो को सुलझाना आपका काम है एक तरीके से मैं पहेलियां भर के आपको एक ग्रंथ दे दिया है अगर आपने पहेलियां सुलझा ली तो आप सत प्रतिशत तर्कशील व्यक्ति बन जाएंगे राधे-राधे नमस्करम ।
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