Kitab Sell Kaise Karey Part 2

[11:43 AM, 10/4/2023] Unavailable: जैसे कि हमने पहले भाग में बताया की किताब किसी के लेने या ना लेने की मोहताज नहीं है I किताब तो भावो को अभिव्यक्त करने का माध्यम है I आज के इस भाग में हम चर्चा करेंगे कि कैसे एक किताब को मार्केट और सेल किया जाता है I

मार्केटिंग की पूरी एक अलग ही दुनिया है; जो पैसों से शुरू होकर पैसों पर ही खत्म होती है I जैसे कि हम सब जानते है कि लेखनी से इतने पैसे नहीं आते है तो हम मार्केटिंग में इतना इनवेस्ट नहीं कर सकते है I तो फिर कैसे बिना पैसों से किताब लोगों के सामने रखी जाए?

यह सवाल सिर्फ आपके और मेरे ही नहीं हर छोटे बिजनेस मेन के दिमाग में आता है क्योंकि जैसे किताब से पैसे नहीं आते है ठीक वैसे ही जब कोई बिजनेस छोटा हो तो वहाँ से भी पैसे नहीं आते हैI हम किताब को एक initial स्टेज वाला छोटा बिजनेस समझकर आगे की चर्चा जारी रखेंगे I

हर बिजनेस मेन जानता है कि अगर वो 5 से 10 साल तक रात दिन continue मेहनत करेगा तो वो आगे बढ़ेगा I ठीक वैसे ही एक लेखक को अगर बड़ा फेमस लेखक बनना है तो एक ही चीज में continue रात दिन मेहनत करनी पड़ती है I ( एक बात याद रखना हम यहां निःशुल्क किताब को कैसे आगे लाए उसकी बात कर रहे है, अगर कोई करोड़पति है तो वो तो PR एजेंसी को पैसे देकर यह सब आराम से करा लेगा I लेकिन फिर भी उनकी किताब लोगों को पसंद आएगी वो एक सवाल हमेशा रहेगा I और जब आप खुद रात दिन एक करके एक किताब को आगे लाएंगे तो वो प्रोसेस struggling होगी लेकिन आपकी मेहनत जरूर सफल होगी I ) चलिए फिर से बिजनेस की तरफ़ आ जाते है I तो जैसे एक बिजनेसमैन बिजनेस चालू करने से पहले कुछ छोटे मोटे प्लान बनाता है ठीक वैसे ही हमें भी किताब लिखने और प्रकाशित करवाने से पहले कुछ प्लान बनाना होता है I
[11:43 AM, 10/4/2023] Unavailable: पहले तो हमें मार्केट रिसर्च करना होगा कि क्या मेरे जैसी किताबें पहले प्रकाशित हो गई है और अगर हुई है तो उनकी सेल क्या होगी? अगर सेल कम है तो क्यों कम है? लेखक ने कहाँ गलती की जो मुझे मेरी किताब में नहीं करनी चाहिए? और अगर सेल ज्यादा है no.1 है, बेस्ट सेलर है तो उन्होंने ऐसा क्या किया जो लोगों को पसंद आ रहा है ? ( इसको कॉपी पेस्ट या चोरी नहीं लेकिन मार्केट रिसर्च कहा जाता है, तो नक्ल करने हेतू कुछ मत करियेगा लेकिन सीखने के लिए कुछ भी करिए)

अब यहां तक हमारी किताब लिखी जा चुकी है और मार्केट रिसर्च भी थोड़ा बहोत कर लिया है तो अब सवाल है किताब को प्रकाशित करने का और किताब को एक यूनीक नाम देने का I

किताब का नाम ऐसा होना चाहिए जिसे सुनकर और देखकर एक अलग रूप लगे और कोई आसानी से पता लगा पाए कि आपकी किताब में क्या बताया जाने वाला हैI

अब हमें दो सवाल अपने आपसे पूछने होगे कि मेरी किताब को पढ़ने से लोगो का क्या फायदा होगा? और दूसरा वो मेरी किताब पढ़ेंगे ही क्यों? यह दो सवाल ऐसे है जो हमें अपने आपसे पूछना ही चाहिए। आप बिना इस सवाल की no 1 सेलर बनने के सपने देखेंगे तो वो कभी भी साकार नहीं होंगे। आप खुद ही सोचिए ना किसी बिना फायदे के आप किसी अनजान की किताब पढ़ते है क्या? बिल्कुल 99% लोग नहीं पढ़ते है। किसी दूसरे अनजान की तो बात छोड़ो हम तो अपने ही परिवार या मित्र की किताब पढ़ना पसंद नहीं करते है। यह सवाल के बाद आपको अब आपकी किताब के नामकरण की बारी आती है। जब कोई नए बच्चे का हम उत्साह से नामकरण करते है ठीक वैसे ही हमें अपनी किताब का नामकरण करना होता है। किताब के नाम के लिए एक वर्ड में शब्द as a टाइटल और दूसरा sub title मतलब एक ऐसी लाइन जो आपकी किताब की पूरी summary एक लाइन में आ गई हो। जैसे for example दर्पण is book name and अच्छाई से सच्चाई तक का सफर is sub title. इससे हमें पता चलेगा की यह किताब अच्छाई और सच्चाई के उप्पर हैं। ठीक ऐसे ही हम टाइटल और सब टाइटल सही दिशा की लाकर एक स्टेज तक जा सकते हैं। अब किताब की शान कवर को सिलेक्ट करना है। कवर ऐसा होना चाहिए जो आपकी किताब को शूट करता हो और जिससे देखकर कोई पढ़ने वाले को लेने का मन हो। कवर आप खुद के फोटो का भी बना सकते है, फ्री इमेज गूगल में से ले सकते या किसी आर्टिस्ट से बनवा सकते है लेकिन आर्टिस्ट ज्यादा पैसे लेगा तो आप पब्लिशर से रिक्वेस्ट कर सकते है कि आपकी किताब को संपूर्ण करने वाला एक कवर बनाए। यह आपके उप्पर है की आप कैसे कवर खूबसूरती को निखार सकते है। और किताब के पीछे बैक कवर के लिए खुद का एक सुंदर और अच्छी क्वालिटी का फोटो ले और एक अच्छा लेखक इंट्रोडक्शन लिखे ताकि लोग आपको भी जान पाए।

अब किताब रिसर्च, टाइपिंग, टाइटल, सब टाइटल, कवर, लेखक का फोटो और इंट्रॉक्शन जब यह सब एक अच्छी क्वालिटी में आपने सही रिसर्च करके किया तो आपने किताब को आगे लाने का पहला पढ़ाव पार कर लिया। अब आपको एक अच्छे पब्लिशर की जरूरत होगी जो आपकी किताब को और आपकी मेहनत को एक सही आकार देकर प्रकाशित करे। अब आप यह सोच रहे होंगे की किताब प्रकाशित करने के पैसे नहीं है तो कैसे करे? तो हम इतना ही कहना चाहेंगे बिना पैसे किताब प्रकाशित नहीं होती और कुछ लोग फ्री में कर रहे है लेकिन आपको लाइफटाइम सपोर्ट वो नहीं करेंगे और आपको 100% रॉयल्टी भी नहीं देंगे तो आपको अपने जीवनभर की मेहनत को बिल्ड करने के लिए थोड़े पैसे तो इन्वेस्ट करना ही होगा।

लेकिन आज कही पब्लिकेशन है जो किताब प्रकाशित करने के बाद और पैसे लेने के बाद जवाब नहीं देते है और नाही सेल रिपोर्ट देते है तो आप जब भी किताब प्रकाशित करने के लिए पब्लिशर ढूंढे तो सबके अब तक प्रकाशित किताब के रिव्यू, गूगल रैंकिंग और रिव्यू, यूट्यूब, इंस्टाग्राम और बाकी सोशल मीडिया पर उनके बारे में अच्छे से पता लगाकर उन पर विश्वास करिएगा।

अब और एक सवाल आता है की कितने पैसे लगते होंगे एक किताब को प्रकाशित कराने के लिए?

देखिए जो प्रकाशन होते है वो बिजनेस करने बैठे होते है तो कुछ लोग 20 हजार, 30 हजार से लेकर लाखों तक लेते है और कुछ फ्री में भी करते है लेकिन आपको आधा रॉयल्टी देते है और जहां आप लाखों देंगे वहां भी सेल की gurantee कोई नहीं देगा तो हमारा मानना है की आपको मार्केटिंग की नही प्रकाशन की जरूरत है तो आप ऐसे पब्लिशर को मत ढूंढिए जो आपको बड़े बड़े सपने दिखाए की आपकी किताब यह बुक स्टोर में होगी, वहां होगी, और वहां भी सेल की gurantee नहीं होती है और कुछ बड़े पब्लिशर स्टोर में लिस्ट करवाते है पैसे लेकर तो वो भी स्टोर वाले जवाब आपको लेखक को देंगे या नहीं वो भी एक सवाल है। तो जिसका कोई रिजल्ट नहीं है, उसमें परीक्षा देने का मतलब ही नहीं है तो हम आपको सजेस्ट करेंगे की आप कम से कम 10 हजार के नीचे तक के ऑफर या पैकेज में ही पब्लिश कराए। 10 हजार भी हमें तो ज्यादा लगता है लेकिन प्रकाशन आपको लाइफटाइम आपको सपोर्ट करेगा तो उसके सामने यह कुछ भी नहीं है। लेकिन सब चीजों की जाज पताल अच्छे से करे फिर आगे बढ़े।

तो इसके बाद आपको प्रकाशन भी मिल गया अब किताब प्रकाशित भी हो गई अब फिर सवाल आता है कि बुक की सेल और मार्केटिंग कैसे करे?

आपकी किताब प्रकाशित हुई यह सिर्फ आपको पता है बराबर? तो आपको एक एक चीज़े लोगो के सामने लाना है। आपको एक शेड्यूल बनाना होगा की पहले किताब का नाम फिर कवर और फिर किताब खरीदने की लिंक। अब आपको सोशल मीडिया का सहारा लेना होगा जैसे की इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब। आप चाहे तो अलग से सब में अकाउंट बना सकते है, अपनी किताब के नाम से और अगर खुद अपने नाम से अपने ही अकाउंट में आगे लाना हो तो भी ला सकते है। तो लोगो को सस्पेंस पसंद है तो आप canva फ्री app है जिसमें फ्री में पोस्टर और सब बनता है तो आपको अगर नहीं आता उसका इस्तेमाल करना तो आप यूट्यूब वीडियो के जरिए सिख सकते है और फिर किताब के अलग अलग पोस्टर बनाकर लॉन्च कर सकते है।

1. पहले दिन किताब के नाम का पोस्टर फिर दूसरे दिन उसका ही रील बनाना और उसमें hashtags डालना ताकि रील की रिच बढ़े।

2. कुछ हफ्ते बाद किताब के कवर का फोटो और उसका भी रील बनाना।

3. कुछ और हफ्ते बाद अमेजन और बाकी का QR कोड वाला पोस्टर, स्टोरी, डिस्क्रिप्शन, बायो सब में किताब खरीदने के लिए लिंक प्रमोट करना।

4. आप खुद अपनी किताब को हाथ में लेकर एक छोटा या बड़ा वीडियो बनाकर उसको प्रमोट करे की मेरी किताब आई यह विषय पर इसको खरीदे और बताए कैसी है और मुझे क्या सुधार की आवश्यकता है जो मैं दूसरी किताब में ना करू। ऐसा एक छोटा सा वीडियो खुद का

5. अपनी रचना content का हर दिन एक लाइन या पेज को अलग अलग रूप में लोगो के सामने लाना।

6. हर फेस्टिवल तेहवार ऑफर प्राइस रखना जैसे की किताब की कीमत 299 हो तो डिस्काउंट में 199 या 249 में देना।

7. Linkdin और कुछ अलग अलग वेबसाइट में अपना account बनाकर हर दिन या हफ्ते में एक बार एक ब्लॉग या आर्टिकल अपनी किताब के बार में लिखना।

8. अगर स्टोरी बुक है तो आप स्टोरी को वीडियो फॉर्मेट में कर करके यूट्यूब में लाकर कुछ सालो में यूट्यूब से भी कमा सकते है। और अगर सुविचार या कविता है तो रील बनाकर बोलकर भी प्रमोट कर सकते है।

9. आप जहां कही भी नई जगह जाते है तो वहां अपनी किताब का अलग अलग रूप में फोटो या रील बना सकते है।

10. आप किसी से भी बात करे चाहे कोई रिश्तेदार हो, मित्र हो या अनजान सबको अपनी किताब के बारे में बताए और उनको खरदीने के लिए बताए और सबसे पहले बताए उनको इस किताब को पढ़ने से क्या लाभ होगा।

किसी को किताब खरीदने के लिए मजबूर नहीं करना है लेकिन अपनी किताब को इस तरह से प्रमोट करना है जैसे एक छोटा बिजनेस या छोटा बच्चा बड़ा होता है।

हमने अब तक जितने भी उपाय बताए उसमें किताब प्रकाशन के अलावा एक रुपए का भी खर्चा नहीं है लेकिन मेहनत बोहोत बोहोत ज्यादा है। लेकिन जब भी आप किताब को मार्केट करना चाहे हमेशा याद रखना की कोई मूवी फिल्म या उनके नए सॉन्ग वो लोग कैसे मार्केट करते है। कैसे वो लोग एक चीज का बार बार नाम, पोस्टर और रील बनाकर उसको आगे लाते है। जैसे फिल्म बनाने में पैसे चाहिए, फिल्म मार्केट करने में नहीं क्योंकि उसमें जो भी हीरो या हीरोइन होगी उसकी सालों की मेहनत के बाद वो फिल्म बहार होती है। ठीक वैसे ही आपको भी यह समझना होगा की आपकी किताब एक छोटा बिजनेस है और एक नई फिल्म है जिसको आपको बड़ा बनना है और यह कोई और पैसे लेकर भी नहीं करेगा जितना आप मेहनत और लगन से करेंगे। हमें पता है यह रास्ता और patience बोहोत कठिन है लेकिन अगर आप किताब को सही तरह से मार्केट करना चाहते है तो इससे अच्छा और इसके अलावा सही रास्ता कोई भी नहीं है। हम हर रोज कितने लेखक से बात करते है, और ज्यादातर सबका यही सवाल होता है किताब प्रमोट कैसे करे तो यह सवाल किसी और से पूछने से बेहतर है अपने आप से पूछे, खुद से पूछे और रिसर्च करे। पब्लिशर के पास एक नहीं आपके जैसी हजारों किताब होती है तो वो जो भी करेंगे अपने बिजनेस को आगे लाने के लिए करेंगे, किसी को कोई फरक नहीं पड़ता की आपकी किताब सेल हो या ना हो, किसी और को छोड़ो आपके परिवार को भी फरक नहीं पड़ेगा तो किसी और की अपेक्षा तो बोहोत दूर की बात है।

चलिए तो आज का एपिसोड यही समाप्त करते है और आशा है यह वीडियो आपके लिए और आपके विचारों को एक सही दिशा में लेकर जाएगा। अगले एपिसोड में हम बताएंगे कि लेखन क्षेत्र means writing filed में क्या क्या जोब या बिजनेस किया जा सकता है। तब तक के लिए सवस्थ रहे और लिखते रहे। धन्यवाद।

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