Description
“अन्तर्मन के गीत”यह मेरा दूसरा काव्य संकलन है। इससे पहले मेरा पहला काव्य संकलन “प्रेम माधुर्य” प्रकाशित हो चुका है।”अन्तर्मन के गीत”जैसा की इस पुस्तक का नाम “अन्तर्मन के गीत”है इसमें आपको अन्तर्मन के भावों से जुड़ी तमाम भक्तिमय, सामाजिक चिंतन, प्रेम,विरह और दार्शनिक रचनाएं पढ़ने को मिलेंगी। पुस्तक में गीत,ग़ज़ल, छ्न्द, मुक्तक आदि शैली की रचनाएं हैं जिन्हें सरल एवं सहज भावों में प्रस्तुत किया गया है। जिन्हें पढ़कर पाठक को यह अहसास अवश्य होगा कि रचना के भाव उसके अन्तर्मन के हैं।मानव जीवन से जुड़ी तमाम रचनाएं भी पुस्तक में मिलेंगी जो मनुष्य में निरसता के भाव को समाप्त कर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। बाकी पुस्तक कैसी है यह सब आप पढ़कर जानेंगे।
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