Description
शब्दों कि तरंगिणी में जब मन के भाव उठते हैं तब बनती है शब्दों की सुन्दर वर्ण माला जो छू जाती है अंतरात्मा के रूह को और रफ्फू कर जाती है टूटे मन को । मरहम लगाती है उन अधूरी ख्वाहिशों पर जो कभी उठे थे हृदय वाहिनी में । मेरी किताब ” मन का रफ्फू ” बस उसी अधूरे ख्वाब , अधूरी ख्वाहिशों और जज्बातों से गढ़ी गई है जिसे पढ़कर आपके दिल को सुकून मिल जाएगा । ये भले ही मेरे शब्दो से बुने गए हैं पर ज़ज्बात सिर्फ और सिर्फ आपके है ।।
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