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यादों के झरोखों से

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Description

‘यादों के झरोखों से’ सामाजिक विषयों पर लेखक की लिखी कविताओं का संकलन है। इस संकलन में एक से एक बेहतरीन सामाजिक एवं पारिवारिक विषयों पर कविताएं हैं।
वैसे तो इस कविता संग्रह की प्रत्येक कविता दिल को छू लेने वाली है। ‘पिता’, ‘माँ के आंसू’, ‘घर के सूरज हैं पिता’, ‘पिता की याद’, ‘यमराज भी रोया‘, ‘माँ का त्याग’, ‘मां की अहमियत’ आदि माँ और पिता पर लिखी बेहतरीन मार्मिक कविताएं हैं। इनके अलावा ‘रिश्तों की बर्फ’, ‘मिट्टी का खिलौना’, ‘सुख दुख का ताना-बाना’, ‘दर्द टूटते तारे का’, ‘दोस्त अनमोल रत्न’ आदि कविताएं भी दिल को छू लेने वाली है।

माता-पिता पर लिखी कविताओं में उनके प्रति अथाह प्रेम को मर्मस्पर्शी तरीके से दर्शाया है| दोस्तों पर लिखी कविता भी बेमिसाल है। इन कविताओं के माध्यम से लेखक ने समाज के प्रति अपनी भावनात्मक अभिव्यक्ति प्रस्तुत की है। उपरोक्त पुस्तक की प्रत्येक कविता दिल को छू लेने वाली तथा आम आदमी के जीवन का प्रतिबिम्ब है। यह हर उम्र के व्यक्तियों के पढ़ने योग्य है।

1 Review for यादों के झरोखों से

  1. 5 out of 5

    मयंक

    माता पिता पर बहुत भावुक कविताएं है जो दिल को छू जाती है। इसके अलावा अन्य सभी कविताएं बहुत सुंदर और आम आदमी की जिंदगी का प्रतिबिंब है।

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