सफ़र मेरा भी है सफ़र तेरा भी है by अनिल कुमार

इस कविता संग्रह में कवि ने युवा मन में उठने वाले कई तरह के विचारों को सहेजा है, जिसमें माता के प्रति प्रेम भाव, आजकल के प्रेम, देश के विभिन्न समस्याओं, पर्यावरण तथा देश के वीरों एवं महापुरुषों के प्रति सम्मान को शब्दों में व्यक्त किया है।

Description

अनिल कुमार का जन्म बिहार राज्य के पूर्वी चम्पारण जिले के मधुमालती नामक गाँव में 30 मई 2002 को हुआ है। इनकी प्रारंभिक शिक्षा दीक्षा जिले में ही संपन्न हुई है। तत्पश्चात इन्होने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। इनकी रूचि कविता पाठ एवं लेखन में है। इनकी कविताएँ कई काव्य संकलनों में भी प्रकाशित हो चुकी है तथा यह किताब इनकी पहली काव्य संग्रह है। Oiamanil.kumar an*********@gm***.com इस कविता संग्रह में कवि ने युवा मन में उठने वाले कई तरह के विचारों को सहेजा है, जिसमें माता के प्रति प्रेम भाव, आजकल के प्रेम, देश के विभिन्न समस्याओं, पर्यावरण तथा देश के वीरों एवं महापुरुषों के प्रति सम्मान को शब्दों में व्यक्त किया है।

Reviews

There are no reviews yet.

Add a review

Your email address will not be published. Required fields are marked *