Description
आलेख लिखना एक कला है। इस कला से मन के भावों को अभिव्यक्त करने के लिए प्रेरित किया जाता है। आलेख के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित विषय के ज्ञान से पाठकों को अवगत कराया जाता है। वर्तमान में घटित घटनाओं के किसी दिए गए पहलू के ऐतिहासिक संदर्भ और दीर्घकालिक प्रभावों का उल्लेख करते हुए आलेखों को अंतिम रूप दिया जाता है। अक़्सर आलेखों का विषय राजनीति, कानून, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों या किसी अन्य विवादास्पद मुद्दे के दायरे से उपजा होता है। नृपेन्द्र अभिषेक नृप की यह पुस्तक “समग्र सामयिकी” भी ऐसे ही दुनिया के ज्वलंत मुद्दों को समाहित करता है, जिसमें अलग-अलग खंड में पर्यावरण सम्बंधित विषय, विज्ञान- प्रद्योगिकी सम्बंधित विषय, सामाजिक विषय, आर्थिक विषयों के साथ-साथ कुछ अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर लिखे गए कुल 35 आलेखों को शामिल किया गया है।
आप सभी नृपेन्द्र अभिषेक नृप के आलेखों को अक़्सर देश- विदेश के विभिन्न पत्र- पत्रिकाओं में पढ़ते रहें हैं, लेकिन इस बार समसामयिक आलेखों को एक पुस्तक के रूप में संकलित कर प्रकाशित किया गया है, जिसका शीर्षक है- “समग्र सामयिकी”। इसी तरह नृपेन्द्र जी द्वारा लिखी गयी यह उनकी तीसरी पुस्तक है। इससे पहले अंग्रेजी माध्यम में आलेखों का संग्रह “द ग्लिम्प्सेस ऑफ कंटेम्परेरी एरा” तथा हिंदी माध्यम में नीतिशास्त्र एवं नैतिक शिक्षा से संबंधित पुस्तक “ऊर्जस्वी” प्रकाशित हो चुकी है। इन दोनों पुस्तकों को पाठकों का बहुत स्नेह प्राप्त हुआ है।
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