Description
अपनों से अपनी बात….
ईश्वर की प्रेरणा और ईश्वर की अनुकम्पा के बिना तो कोई कार्य सम्भव नहीं हैं….
ईश्वर की प्रेरणा से ही हम कवियों की आत्माभिव्यक्ति को इस साझा काव्य संकलन में मूर्त रूप दे पाई हूँ…..
मेरा उद्देश्य “सर्वे भवंतु सुखिनः” की भावना को लेकर, सभी को साथ लेकर साहित्य के क्षेत्र में कदम से कदम मिलाकर चलना है…..
ईश्वर की अनुकम्पा हुई और मेरे मन में बहुत दिन से विचार उद्वेलित हो रहे थे-
साहित्य सेवार्थ- लागत मूल्य पर उनकी रचनाओं को साझा काव्य संकलन “सुरभित कलियां” के माध्यम से प्रकाशित कर पुस्तक रूप में उपलब्ध करा सकूं, इसके लिए मैंने अपने सहयोगी रचनाकारों से विचार- विमर्श भी किया तो वह सहर्ष तैयार भी हो गये कि- लागत मूल्य पर हमारी पाँच-पाँच रचनाएं पुस्तक रूप में प्रकाशित होकर जन- सामान्य तक पहुँचेंगी…..
मेरी मौसी जी श्रीमती सुषमा दुबे जो रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष रह चुकी हैं उनका मुझे हर सम्भव मार्गदर्शन मिलता रहता है, मैं उन्हें सादर नमन करती हूँ…..
श्रीमती उमा शर्मा ‘अर्तिका’-नोएडा, श्रीमती आशा शुक्ला ‘कृतिका’ और राजीव भारती- पटना का मुझे यथा सम्भव सहयोग मिला…..
उमा शर्मा जो मेरी छोटी बहिन की तरह है उन्हीं के कहने पर मैंने स्वयं के मंच “साहित्य सृजनकारी मंच” के नाम से वाटॅसप पर स्थापना की, जिसमें
मैं पूर्णिका लिखना सिखा रही हूँ और भी सभी विधाओं की रचनाओं में मार्गदर्शन भी करती हूँ….
श्रीमती आशा शुक्ला जो मेरी छोटी बहिन की तरह हैं छंद विधा की मर्मज्ञ एवं प्रशिक्षक हैं,
मैं गौरवान्वित हूँ कि उनका भरपूर सहयोग हम सभी को मिलता है….
“सुरभित कलियां” साझा काव्य संग्रह में करीब-
25 से ऊपर रचनाकारों ने अपनी पाँच- पाँच रचनाएं प्रकाशित करवा कर जो मुझे सहयोग
प्रदान किया है, उसके लिए मैं उनका अभिनंदन करती हूँ, उनका आभार व्यक्त करती हूँ…..
इस साझा काव्य संकलन में सामाजिक, आध्यात्मिक एवं अन्य विषयों पर रचनाएं लिखी गयीं हैं जो समाज को जाग्रत कर सकें….
समाज को नयी दिशा दे सकें…..
आप सभी साहित्य प्रेमियों से आग्रह है इस पुस्तक की रचनाओं को आप अवश्य पढ़ें और पढ़कर अपने विचारों से हमें अवश्य ही अवगत कराएं जिससे हम ओर भी अच्छा कर पाएं…..
मैं सभी रचनाकारों का एक बार पुनः अभिनंदन करती हूँ और उनका भविष्य उज्जवल हो ऐसी हृदय से सभी को शुभकामनाएं देती हूँ।
श्रीमती रजनी कटारे “हेम”
जबलपुर म. प्र.
मो. नं. 9713558738
प्रांतीय अध्यक्ष-अंतर्राष्ट्रीय पूर्णिका मंच जबलपुर
उपाध्यक्ष जबलपुर- शब्दाक्षर संस्था भारत
सचिव जबलपुर- गीता श्री साहित्य वाराणसी
राज्य संयोजिका- मकस कहानिका ग्रुप बोकारो
Reviews
There are no reviews yet.