Description
ज़िंदगी के हर कदम पर बदलते रंगों के अनुभवों को, दिल में दर्द, समझ, प्यार, भावना, त्याग, समर्पण की जो लहरें उठती हैं, उन जज़बातो को इस किताब में लफ़्ज़ों में बयां करने की कोशिश की है। यह किताब हमारे जीवन के हर वह पहलु को बयां करने की कोशिश करती है, जो शायद हमारा दिल कहना तो चाहता है, मगर कह नहीं पाता है, और लहरों की तरह वे दिल में समा जाते हैं।
“जब दिल में लहरें उठती हैं, तो स्याही ख़ुदसे लिखती है”
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