July 30, 2024

ह्रदय निवास   प्रिय जलवंत, पिछले कुछ दिनों से तुम्हारे बारे में कुछ प्रिय बातें  और कुछ अप्रिय बातें सुनने को मिल रही हैं। यह जानकर अच्छा लगा कि  24/06/24 को प्रतिलिपि क्रिएटर अवार्ड प्रोग्राम में 50 से अधिक धारावाहिक लिखने पर तुम्हें विशेष प्रशंसा प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ है। इसी जून माह में “साहित्यिक…

July 29, 2024

प्रिय- स्वयं मै… मेरे परम मित्र, कैसे हो?… सब कुशल मंगल तो है ना…?‌यह सवाल सुनकर तुम अचरजमें पडे होंगे l सोचते होंगे कि जिंदगी में कभी नहीं पुछा ऐसा सवाल पहिली बार,अपने आप को क्यो पुछ रहे हो ?.. एकदम सही सोचते हो आप! कई बार जिंदगी की कठिन समस्याका हल सोचंते,सोचंते परेशान होता…

July 29, 2024

प्रिय मैं, कैसी हो? हांँ पता है सकुशल ही हो। क्यों गलत तो नहीं कहा न? सुनो तुम जैसी हो बिल्कुल ठीक हो। तुम खुद में एक बेमिशाल हो। हाँ माना जिंदगी से रोज लड़ रही हो। गिरकर रोज खड़े हो रही हो। खुद को तुमने हमेशा ही तराशा है ।पर फिर भी दुनिया मिली…

July 29, 2024

प्रिय आत्म । सुनो तुम किञ्चित बात, क्या भूल हुई जो ना हुई हमारी बात ? और हुआ, छटा दिनकर की उदय हुई, खग-दल की मधु तान सुन रैना बीत गई। कतिपय, तुम सुप्त रहे या तंद्रा बलशाली थी, शायद ! तुमको एकाकीपन की अधिक चाह थी। दिन चढ़ आया, समय पथ गतिमान हुआ, किंतु…

July 29, 2024

सुनो… ठीक … तुम्हारे पीछे लगते लगते वक्त लगा.. एक पत्र लिखकर ख़ुद वो कहा.. क्यों खोए हो और ख़ामोश अब .. जिम्मे में शामिल क्या हुआ प्रेम या जिम्मेदारी जब आगोश में बड़े हुए तब। अब ऐसा है देखो प्रेम , त्याग की बात तो है ही और जो शांत सितल क्यों हो गए…