“हर कहानी कुछ कहती है” कहानी संग्रह की कहानियां आधुनिक समाज की पृष्ठभूमि पर उकेरे गए वो शब्द चित्र हैं, जो एक ख़ुशनुमा एहसास दे जाते हैं. रत्ती भर भी उपदेशात्मक हुए बिना सकारात्मक सोच का संदेश दे जाना इन कहानियों की सबसे बड़ी विशेषता है. इन कहानियों की दूसरी विशेषता है- ये एक आम कहानी लगती सी लगती हैं और फिर अचानक ही सब कुछ बदल देती हैं । ये हम सब के जीवन के छोटे छोटे किस्से है, जो कभी न कभी कहानी का रूप ले लेते हैं। शुरू की एक-दो कहानियां कुछ अधिक सीधी-सरल लगती हैं, पर जैसे-जैसे आगे बढ़ते हैं, लगता है लेखिका ने कहानियों को अपने लेखन के प्रौढ़ होने के क्रम में रखा है. आगे की कहानियों में सरलता भी है और घटनाएं उत्सुकता जगाकर बांधे रखने और अंत में सकारात्मक दृष्टिकोण जगाने वाला सुखद एहसास पाठकों के दिल में उतारने में सक्षम होती गईं हैं. कुल मिलाकर एक पठनीय पुस्तक, जो हमारे आधुनिक समाज का वो आईना दिखाती है, जिसमें संघर्ष और कठिनाइयां हैं, पर उनसे जूझने की ललक भी है. कहानियां जितने अनूठे विषयों पर हैं, कही भी उसी अनूठेपन से गई है. बेहद सधी हुई ताज़ातरीन भाषा, विचारों व भावों के अनुरूप हैं. इसे पढ़ते हुए आप बिल्कुल भी बोर नहीं होते. अनुवाद भी स्तरीय है. क्यों पढ़ें: अगर आप उन लोगों में से हैं, जिन्हें कुछ भी पढ़े अरसा हो गया है, तब यह किताब आपके लिए अच्छी रहेगी. १० हल्की-फुल्की कहानियां आपको अपने आसपास की ही लगेंगी. बेशक इस किताब में हर कहानी में दुखों की गाथा है, पर अंत में सुकून है। जो ये बताता हैं की अगर कोशिश की जाये तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है। हमारे देश की महिलाओं और मौजूदा परिस्थियों में आ रहे बदलाव, चाहे वे कितने भी बुरे और विषम क्यों न हों, हमें लगातार अपनी ज़िंदगी को बदलने पर मज़बूर करते हैं. सरल भाषा में बिना उपदेशात्मक हुए ऐसी कहानियों को पढ़ने के लिए जो अर्थपूर्ण हैं, सकारात्मक हैं और आपके मन को ख़ुशी देगा.
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