जीवन एक यात्रा है कभी सागर की अथाह गहराइयों की तरह विस्तृत और रहस्यमय, तो कभी पर्वतों की ऊँचाइयों की तरह कठिन और प्रेरणादायी। इसी यात्रा के अनुभवों, संघर्षों और सुकून भरे पलों को मैंने अपने इस संस्मरण ‘समुद्र से पहाड़ तक’ में आत्मीयता और सहजता से संजोया है।
यह पुस्तक केवल मेरी यात्राओं की स्मृति यात्रा ही नहीं, बल्कि उन भावनात्मक पड़ावों का दस्तावेज़ है जिनसे होकर एक इंसान स्वयं को पहचानता है। लेखिका ने अपने जीवन के छोटे-बड़े प्रसंगों को शब्दों में पिरोया है। समुद्र के किनारे की नमी से लेकर पहाड़ों की ठंडी हवाओं तक, हर दृश्य और हर स्मृति यहाँ जीवंत हो उठती है।
यह पुस्तक पढ़ते हुए पाठक न केवल उनके जीवन के साथ चलते हैं, बल्कि अपने अनुभवों की प्रतिध्वनि भी इन पृष्ठों में पाते हैं। यही इसकी सबसे बड़ी शक्ति है।





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